
इतिहास: भारत और समकालीन विश्व – II
1. प्रश्न (VSA): रॉलेट एक्ट क्या था? (1 अंक)
उत्तर: रॉलेट एक्ट (1919) ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा पारित एक कानून था, जिसके तहत बिना मुकदमा चलाए लोगों को अनिश्चितकाल तक हिरासत में रखा जा सकता था, राजनीतिक गतिविधियों और प्रेस की स्वतंत्रता को सीमित किया गया, जिससे व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए।
2. प्रश्न (SA): असहयोग आंदोलन का भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर प्रभाव स्पष्ट करें। (3 अंक)
उत्तर: असहयोग आंदोलन (1920-22), जिसका नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया, ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को बहुत प्रभावित किया। इसने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को ब्रिटिश सामान, संस्थानों और सेवाओं का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित किया, साथ ही खादी जैसे स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया। इस आंदोलन ने राष्ट्रीय एकता को बढ़ाया, राजनीतिक जागरूकता पैदा की और ब्रिटिश आर्थिक नियंत्रण को कमजोर किया। हालांकि, चauri चौरा की घटना (1922) में हिंसा के कारण इसे स्थगित कर दिया गया।
3. प्रश्न (LA): जलियांवाला बाग हत्याकांड के कारणों और परिणामों का वर्णन करें। (5 अंक)
उत्तर: कारण: जलियांवाला बाग हत्याकांड (13 अप्रैल, 1919) रॉलेट एक्ट के लागू होने के कारण हुआ, जिसने व्यापक विरोध को जन्म दिया। अमृतसर, पंजाब में डॉ. सत्यपाल और डॉ. सैफुद्दीन किचलू की गिरफ्तारी से जनता में आक्रोश फैला। लोग जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए थे, लेकिन सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध के बारे में अनजान थे।
परिणाम: जनरल डायर ने निहत्थे लोगों पर गोली चलाने का आदेश दिया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। इस हत्याकांड ने भारतीयों में भारी आक्रोश पैदा किया, स्वतंत्रता संग्राम को तीव्र किया और असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई। इसने ब्रिटिश क्रूरता को उजागर किया और अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया।
भूगोल: समकालीन भारत – II
4. प्रश्न (VSA): सतत विकास को परिभाषित करें। (1 अंक)
उत्तर: सतत विकास का अर्थ है वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करना बिना भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों को खतरे में डाले, आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण के बीच संतुलन बनाए रखना।
5. प्रश्न (SA): भारत में जल संरक्षण क्यों महत्वपूर्ण है? (3 अंक)
उत्तर: भारत में जल संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि जनसंख्या वृद्धि, कृषि और उद्योगों में जल की बढ़ती मांग, और जल संसाधनों का असमान वितरण है। भूजल का अत्यधिक दोहन और नदियों का प्रदूषण जल की उपलब्धता को खतरे में डालता है। संरक्षण जल की कमी को रोकता है, सतत उपयोग सुनिश्चित करता है और कृषि को समर्थन देता है, जो बड़ी आबादी का आधार है।
6. प्रश्न (LA): भारत में पाई जाने वाली प्रमुख मृदा के प्रकार और कृषि में उनकी महत्ता पर चर्चा करें। (5 अंक)
उत्तर: भारत में विभिन्न प्रकार की मृदा हैं, जो कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं:
- जलोढ़ मृदा: उत्तरी मैदानों में पाई जाती है, अत्यधिक उपजाऊ, धान, गेहूं और गन्ना जैसी फसलों को समर्थन देती है।
- काली मृदा: दक्कन पठार में पाई जाती है, मिट्टी से भरपूर, कपास और दालों के लिए आदर्श।
- लाल और पीली मृदा: पूर्वी और दक्षिणी भारत में, कम उपजाऊ लेकिन सिंचाई के साथ बाजरा जैसी फसलों को समर्थन देती है।
- लैटेराइट मृदा: उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में, उर्वरकों के साथ चाय, कॉफी और काजू के लिए उपयुक्त।
- शुष्क मृदा: रेगिस्तानी क्षेत्रों में, कम उपजाऊ लेकिन सिंचाई के साथ फसलों को समर्थन देती है।
ये मृदा फसल पैटर्न को निर्धारित करती हैं, कृषि उत्पादकता को प्रभावित करती हैं और कटाव को रोकने के लिए समोच्च रेखा जोत जैसे संरक्षण तकनीकों की आवश्यकता होती है।
राजनीति विज्ञान: लोकतांत्रिक राजनीति – II
7. प्रश्न (VSA): लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा क्या है? (1 अंक)
उत्तर: लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा सरकार के विभिन्न अंगों, सामाजिक समूहों या प्रशासनिक स्तरों के बीच सत्ता का वितरण है, जो स्थिरता, समावेशिता और शासन में भागीदारी सुनिश्चित करता है।
8. प्रश्न (SA): क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर सत्ता बंटवारे के बीच अंतर स्पष्ट करें। (3 अंक)
उत्तर: क्षैतिज सत्ता बंटवारा: सत्ता का बंटवारा सरकार के विभिन्न अंगों, जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच होता है, जो एक ही स्तर पर कार्य करते हैं। प्रत्येक अंग अन्य की जांच करता है, सत्ता का संतुलन बनाए रखता है (जैसे भारत में शक्तियों का पृथक्करण)।
ऊर्ध्वाधर सत्ता बंटवारा: सत्ता का बंटवारा विभिन्न स्तरों की सरकारों, जैसे केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारों के बीच होता है, जैसा कि संघवाद में देखा जाता है। भारत में यह केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सत्ता के विभाजन में दिखता है।
अर्थशास्त्र: आर्थिक विकास की समझ
9. प्रश्न (VSA): मानव विकास सूचकांक (HDI) क्या है? (1 अंक)
उत्तर: मानव विकास सूचकांक (HDI) एक देश के विकास का माप है, जो जीवन प्रत्याशा, शिक्षा (साक्षरता और स्कूली शिक्षा) और प्रति व्यक्ति आय पर आधारित है, जो जीवन की गुणवत्ता को दर्शाता है।
10. प्रश्न (SA): प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में कैसे योगदान देते हैं? (3 अंक)
उत्तर: प्राथमिक क्षेत्र (कृषि, खनन) कच्चा माल और खाद्य सुरक्षा प्रदान करता है, बड़ी श्रम शक्ति को रोजगार देता है। द्वितीयक क्षेत्र (विनिर्माण, निर्माण) कच्चे माल को संसाधित कर मूल्य जोड़ता है, औद्योगिक विकास और जीडीपी को बढ़ाता है। तृतीयक क्षेत्र (बैंकिंग, आईटी जैसी सेवाएं) कुशल श्रम और आधुनिक सेवाओं के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है, भारत के जीडीपी और वैश्विक व्यापार में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
नोट्स:
- ये प्रश्न CBSE कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान पाठ्यक्रम के प्रथम सत्र के प्रमुख अध्यायों को कवर करते हैं, जो बोर्ड परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं।
- अतिरिक्त अभ्यास के लिए, NCERT पाठ्यपुस्तकों, CBSE सैंपल पेपर्स और Vedantu, LearnCBSE, या BYJU’S जैसे संसाधनों का उपयोग करें।
- मानचित्र आधारित प्रश्न (इतिहास और भूगोल) और केस-आधारित प्रश्नों का अभ्यास करें, क्योंकि इनका परीक्षा में महत्वपूर्ण वेटेज होता है।
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